आईवीएफ क्या है? जानिए इन विट्रो फर्टिलाइजेशन की पूरी जानकारी हिंदी में
June 20, 2025आईवीएफ में कितने इंजेक्शन लगते हैं
अगर आप बांझपन से परेशान हैं और आईवीएफ कराने का सोच रहे हैं तो आपको आईवीएफ के बारे में एक-एक जानकारी होनी चाहिए। आपको यह पता होना चाहिए कि आईवीएफ में कितने इंजेक्शन लगते हैं और आईवीएफ क्या है, कितने दिन में होता है और इसका खर्चा कितना आता है।
इसलिए हम आपके लिए ये आर्टिकल लेकर आए हैं। जिसकी मदद से पहले हम आपको थोड़ा सा आईवीएफ के बारे में बताएंगे। आईवीएफ एक प्रकार का इलाज है जिस से जोड़ों की बांझपन को ठीक किया जाता है। आईवीएफ में जोड़े से अंडा और शुक्राणु लिया जाता है, जिस से एक भ्रूण बनता है, फिर भ्रूण को महिला के गर्भाशय में डाला जाता है।

सबसे पहले, हम आपको बताना चाहते हैं कि हम IVF और अन्य प्रजनन समाधानों के लिए क्यों अच्छे हैं…
- निःशुल्क परामर्श की उपलब्धता
- IVF के लिए आसमान छूती सफलता दर
- IVF के लिए सस्ती लागत
- प्रजनन उपकरणों की उपलब्धता और कार्यक्षमता।
- IUI, ICSI जैसी अन्य ART तकनीकों और अंडे और शुक्राणु को फ्रीज करने जैसी प्रक्रिया की उपलब्धता।
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आईवीएफ से बच्चे कैसे होते हैं?
आईवीएफ से बच्चा करने के लिए आपको कुछ चरणों को समझना पड़ेगा जो नीचे दिए गए हैं:
आईवीएफ से बच्चा करने के लिए कपल्स को सबसे पहले डॉक्टर से बात करनी पड़ेगी। अपने केस को डॉक्टर को बताना पड़ेगा तब वो आपको समाधान देगा। आपकी बांझपन के कारण को समझेगा, आपको उसी हिसाब से सलाह देगा। आपको IVF का सक्सेस रेट और फीस बताएगा यानि कितना खर्चा बैठेगा IVF करने में.
इसके बाद हार्मोनल इंजेक्शन दिए जाते हैं ताकि अंडे का उत्पादन बढ़ जाए महिलाओं में और जब अंडे परिपक्व हो जाएं पूरी तरह से तब उन्हें निकल लिया जाता है उपकरण और डॉक्टर की मदद से।
जब अंडे और शुक्राणु निकाल लिए जाते हैं तब उन्हें एक लोबैरेटरी डिश में रखा जाता है भ्रूण बनाने के लिए। जब भ्रूण बनाया जाता है तब उसे महिला के गर्भाशय में डाला जाता है ताकि गर्भधारण हो सके।
आईवीएफ कौन चुन सकता है?
भारत में बांझपन से पीड़ित व्यक्ति आईवीएफ चुन सकते हैं। हालाँकि, जो चीजें आपको आईवीएफ लेने के लिए मजबूर करती हैं, उनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- अवरुद्ध या क्षतिग्रस्त फैलोपियन ट्यूब वाली महिलाएँ।
- एंडोमेट्रियोसिस वाली महिलाएँ, एक ऊतक जो गर्भाशय की परत के बाहर बढ़ता है।
- पुरुष और महिला बांझपन वाले व्यक्ति
- समय से पहले डिम्बग्रंथि विकार वाली महिलाएँ।
- आनुवांशिक विकार वाले व्यक्ति बच्चे में आनुवंशिक बीमारी के हस्तांतरण को रोकने के लिए आईवीएफ का विकल्प चुन सकते हैं।
- अस्पष्ट बांझपन वाले व्यक्ति, ऐसी स्थितियाँ जिनमें आप बांझपन का कारण नहीं जान पाते हैं।
आईवीएफ के लिए एक दिन में कितने इंजेक्शन लगते हैं?
आम तौर पर, एक दिन में एक या दो इंजेक्शन लग जाता है आईवीएफ में। हालाँकि, इंजेक्शन लगने का दिन मरीज़ या मरीज़ के मामले पर निर्भर करता है कि उसको कितने दिन इंजेक्शन लगाना है। डिम्बग्रंथि उत्तेजना के दौरान, इंजेक्शन दिए जाते हैं और इसकी अवधि 8 से 14 दिन होती है।
आईवीएफ में कितने इंजेक्शन लगते हैं?
आईवीएफ में 10 से 40 इंजेक्शन दिए जाते हैं। एक दिन में एक या दो इंजेक्शन दिया जाता है ये हार्मोनल इंजेक्शन होते हैं अंडाशय को उत्तेजित करने के लिए। इंजेक्शनों को लेने के बाद अंडों का उत्पादन बढ़ जाता है और जब ये अंडे परिपक्व हो जाते हैं तो इन्हें निषेचन में इस्तमाल किया जाता है। 8 से 14 दिन के लिए लगातर इंजेक्शन लगाया जाता है। इंजेक्शन की संख्या मरीज़ पर भी निर्भर है। मरीज़ के मामले के अनुसार इसमे उतार चढ़ाव हो सकता है।
भारत में आईवीएफ में कितना खर्च आता है?
अगर भारत की बात करें तो आईवीएफ के लिए 1.5 से 2.5 लाख लगते हैं। हा लेकिन भारत में भी कुछ ऐसे शहर या राज्य हैं जो विकसित और उन्नत हैं। ऐसे राज्यों या शहरों में आईवीएफ के लिए ज्यादा चार्ज करते हैं क्योंकि वहां आपको हर सुविधा उन्नत स्तर पर मिलेगी, उपचार, अस्पताल का बुनियादी ढांचा, उन्नत उपकरण या डॉक्टर, हर सुविधा प्रथम श्रेणी की गुणवत्ता की होगी।
भारत के आईवीएफ खर्च में डॉक्टर की फीस, परामर्श शुल्क, दवाई शुल्क, अस्पताल शुल्क, आईवीएफ चक्र शुल्क की संख्या, अन्य शुल्क शामिल हैं। नीचे दी गई टेबल आपको आईवीएफ का रेट जानने में मदद करेगी। टेबल में अलग-अलग लोकेशन है और उनकी आईवीएफ लागत दी गई है।
निम्नलिखित आपको भारत में IVF की लागत को समझने में मदद करता है:
भारत में IVF उपचार के प्रकार | भारत में IVF उपचार की लागत (INR) |
भारत में स्व-अंडे और शुक्राणु के साथ IVF की लागत | INR 1,50,000 |
भारत में ICSI के साथ IVF की लागत | INR 1,65,000-1,85,000 |
भारत में डोनर अंडे के साथ IVF की लागत | INR 2,06,000-3,00,000 |
भारत में डोनर शुक्राणु के साथ IVF की लागत | INR 2,10,000 |
भारत में लेजर असिस्टेड हैचिंग (LAH) के साथ IVF की लागत | INR 2,10,000-2,20,000 |
भारत में डोनर भ्रूण के साथ IVF की लागत | INR 2,05,000-3,00,000 |
भारत में PGD तकनीक के साथ IVF की लागत | INR 3,00,000 |
नीचे दी गई टेबल आपको आईवीएफ लागत के बारे में बताएगी:
आईवीएफ अलग स्थान पर | भारत के विभिन्न स्थानों में आईवीएफ की लागत |
दिल्ली में आईवीएफ लागत | ₹150000 – ₹310000 |
मुंबई में आईवीएफ लागत | ₹150000 – ₹354000 |
बैंगलोर में आईवीएफ लागत | ₹155000 – ₹365000 |
उत्तर प्रदेश में आईवीएफ लागत | ₹138000 – ₹310000 |
उत्तराखंड में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
तेलंगाना में आईवीएफ लागत | ₹147000 – ₹310000 |
पंजाब में आईवीएफ लागत | ₹140900 – ₹310000 |
मध्य प्रदेश में आईवीएफ लागत | ₹150000 – ₹310000 |
ओडिशा में आईवीएफ लागत | ₹126000 – ₹310000 |
राजस्थान में आईवीएफ लागत | ₹154000 – ₹310000 |
झारखंड में आईवीएफ लागत | ₹142000 – ₹310000 |
बिहार में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
आंध्र प्रदेश में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
असम में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
गुजरात में आईवीएफ लागत | ₹130000 – ₹310000 |
IVF की सफलता दर क्या है?
IVF की सफलता दर लगभग 80 से 97% है। यह सब जोड़ों की उम्र, विशेष रूप से महिलाओं की, IVF की सफलता प्राप्त करने के लिए शामिल IVF प्रयासों की संख्या, उन्नत प्रौद्योगिकी और नवीनतम तकनीकों का उपयोग जो सफलता दर को बढ़ा सकते हैं, और प्रजनन डॉक्टरों या IVF विशेषज्ञों के अनुभव और विशेषज्ञता जैसे कारकों पर निर्भर करता है।
भारत में IVF की सफलता दर को कौन प्रभावित करता है?
भारत में IVF की सफलता दर को प्रभावित करने वाले कारकों में निम्नलिखित शामिल हैं:
महिला की आयु: महिला की आयु भारत में IVF की सफलता दर को प्रभावित कर सकती है। कम उम्र की महिलाओं में गर्भधारण की संभावना अधिक होती है, जबकि अधिक उम्र की महिलाओं में कम। उम्र बढ़ने के साथ अंडों की गुणवत्ता कम होती जाती है।
उन्नत तकनीक: उन्नत प्रजनन तकनीक के उपयोग से भारत में IVF की सफलता दर बढ़ सकती है।
डॉक्टर की विशेषज्ञता: डॉक्टर की विशेषज्ञता और कौशल भारत में IVF की सफलता दर को प्रभावित कर सकते हैं। प्रजनन उद्योग में जितना अधिक अनुभव होगा, कृत्रिम गर्भाधान के माध्यम से गर्भधारण की संभावना उतनी ही अधिक होगी।
रोगी की समग्र स्थिति: रोगी का स्वास्थ्य और समग्र व्यक्तिगत स्थिति IVF की सफलता दर को प्रभावित कर सकती है।
मामले की जटिलता: भारत में IVF की सफलता दर को प्रभावित करने के मामले में मामले की जटिलता भी सबसे अधिक मायने रखती है।
IVF प्रयासों की संख्या: कभी-कभी IVF के पहले प्रयास में सफल परिणाम प्राप्त करना संभव नहीं होता है। सफल परिणाम प्राप्त करने के लिए कई प्रयासों की आवश्यकता होती है।
एक अच्छे फर्टिलिटी सेंटर को कैसे चुनें आईवीएफ के लिए?
हम समझते हैं कि आपके बांझपन उपचार के लिए सर्वोत्तम विकल्प का चयन करना कितना कठिन हो जाता है, लेकिन चिंता न करें, क्योंकि हमारे पास एक ऐसा उपाय है जो आपकी टेंशन को दूर कर देगा। हम आपको एक ऐसे सेंटर के बारे में बताएंगे जो कम दाम पर अच्छा आईवीएफ प्रदान करता है।
एक ऐसा सेंटर जहां मरीजों को एक अच्छा डॉक्टर से इलाज मिलता है, मरीजों को हमेशा अच्छा महसूस होता है क्योंकि डॉक्टर हमेशा उनके लिए खड़े होंगे। काउंसलिंग की मदद से आपकी सारी चिंताएं दूर हो जाएंगी। हम सभी प्रकार के बांझपन का इलाज देते हैं, तो आज ही हमसे संपर्क करें! भारत में सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र का चयन करते समय निम्नलिखित कारकों पर विचार करें:
- आईवीएफ सेंटर जिसका फोकस सिर्फ मरीज की सहायता करना है
- आईवीएफ सेंटर जिस में पढ़े-लिखे डॉक्टर हो
- बुनियादी ढांचा जो अधिकतम आराम और खुशी के लिए अच्छी तरह से बनाया गया हो
- आईवीएफ सेंटर जाहा स्टाफ मरीज का सम्मान करता हो
- शुरुआत से ही पूरी प्रक्रिया में आपकी सहायता करता हो
- आईवीएफ सेंटर जो एक्स्ट्रा चार्ज ना करे
तो आप जब भी आईवीएफ ले तो इन बत्तो का ध्यान दे। तो, हमसे +91-9899293903 पर संपर्क करें ईमेल आईडी: [email protected]
सेलेक्ट आईवीएफ (Select IVF) क्यों चुनें?
जब बात संतान सुख की हो, तो हर दंपति यही चाहता है कि वह एक ऐसे क्लिनिक का चयन करें जो न केवल तकनीकी रूप से सक्षम हो, बल्कि भावनात्मक रूप से भी उनका साथ दे। Select IVF एक ऐसा ही नाम है जिस पर हजारों परिवारों ने विश्वास किया है और अपनी खुशियों की नई शुरुआत की है।
Select IVF वर्षों से भारत और विदेशों में उच्च गुणवत्ता वाली फर्टिलिटी सेवाएं दे रहा है। यहां काम करने वाली डॉक्टरों और विशेषज्ञों की टीम केवल मेडिकल एक्सपर्ट नहीं है, बल्कि वो लोग हैं जो मरीज की भावनाओं को समझते हैं और हर कदम पर उन्हें सहयोग देते हैं। चाहे पहली बार परामर्श हो या अंतिम एम्ब्रियो ट्रांसफर, यहां हर प्रक्रिया को अत्यधिक सावधानी और ईमानदारी से पूरा किया जाता है।
यहां की सबसे बड़ी ताकत है – व्यक्तिगत ट्रीटमेंट प्लान, मतलब हर मरीज की हालत, उम्र, मेडिकल हिस्ट्री और आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए इलाज तय किया जाता है। Select IVF में किसी एक ही फॉर्मूले से सभी मरीजों का इलाज नहीं होता, बल्कि यहां इलाज को पूरी तरह पर्सनलाइज किया जाता है।
तकनीकी रूप से भी यह क्लिनिक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है। यहां ICSI, IUI, Egg Donation, Embryo Freezing, PESA, TESA और Surrogacy जैसी सभी प्रमुख प्रक्रियाएं उपलब्ध हैं। इसके साथ ही, सभी टेस्ट और स्कैनिंग सुविधाएं भी एक ही छत के नीचे मिल जाती हैं, जिससे मरीजों को अलग-अलग जगह भटकने की जरूरत नहीं पड़ती।
Select IVF की एक और खूबी है – पारदर्शिता। यहां किसी भी तरह की छिपी हुई फीस नहीं होती। हर खर्च और हर प्रक्रिया को पहले से समझाया जाता है ताकि मरीज मानसिक रूप से तैयार हो सके। यही कारण है कि यहां आने वाले मरीज केवल भारत से ही नहीं, बल्कि नेपाल, बांग्लादेश, यूएई, अमेरिका, नाइजीरिया और अफ्रीका जैसे कई देशों से भी आते हैं।
Select IVF सिर्फ एक फर्टिलिटी क्लिनिक नहीं, बल्कि एक भरोसा है, जो हर दंपति के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए पूरी ईमानदारी से काम करता है।
अंत में
आज, हमारे लेख की मदद से, हमने सबसे महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा की, जो की है आईवीएफ में कितने इंजेक्शन लगते हैं। लोग आईवीएफ, इसके खर्च और सफलता दर के बारे में चिंतित होते हैं लेकिन वे अन्य महत्वपूर्ण चीजों को जानने के लिए कष्ट नहीं करते हैं जैसे की गर्भावस्था को प्राप्त करने के लिए आईवीएफ में आपको कितने इंजेक्शन लगते हैं। इसके अतिरिक्त, यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि आपको एक दिन में कितने इंजेक्शन लगते हैं और इंजेक्शन का नाम भी। अगर आप अपने उपचार के बारे में पूरी जानकारी प्राप्त करते है तो इस से आपको चिंता मुक्त उपचार प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
आईवीएफ कराने में कितना दर्द होता है?
आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) दर्दनाक प्रक्रिया नहीं है क्योकि इसे करने से पहले अनेस्थेसिअ दिया जाता है जो की दर्द को कम करने में मदद करता है , हालांकि इसमें कुछ असुविधा हो सकती है और कुछ महिलाओं के लिए यह तनावपूर्ण हो सकता है।
क्या बिना इंजेक्शन के आईवीएफ किया जा सकता है?
हां, IVF को इंजेक्शन वाली हार्मोनल दवाओं का उपयोग किए बिना किया जा सकता है, लेकिन सफलता दर पर प्रभाव पड़ सकता है। कुछ तरीके मौजूद हैं, जिनमें प्राकृतिक चक्र IVF और न्यूनतम उत्तेजना IVF शामिल हैं, जो महिला के प्राकृतिक मासिक धर्म चक्र पर निर्भर करती हैं या दवाओं की कम खुराक का उपयोग करती हैं।
आईवीएफ का सबसे दर्दनाक भाग कौन सा है?
IVF का सबसे दर्दनाक भाग वो है जब अंडे को निकाला जाता है ओवरीज़ से और जब एम्ब्र्यो को ट्रांसफर किया जाता औरत के गर्भाशय में.
डॉक्टर आईवीएफ की सलाह कब देता है?
डॉक्टर आईवीएफ की सलाह तब देता है जब कपल्स को इनफर्टिलिटी हो. इनफर्टिलिटी किसी भी कारण हो सकती है जैसे की अंडे और स्पर्म की क्वालिटी अच्छी न होना या कपल्स को फीमेल इनफर्टिलिटी हो जैसे की फॉलोपियन ट्यूब ख़राब होना और मेल इनफर्टिलिटी जैसे की बेकार क्वालिटी का स्पर्म।